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एयरस्ट्राइक पर एयरमार्शल ने कहा, भय बिनु होय ना प्रीति, राष्ट्रकवि रामधारी और रामचरित मानस का दोहा पढ़ा, जानिए पूरा मामला

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Posted On:Monday, May 12, 2025

मुंबई, 12 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर पर भारतीय सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। आर्मी से DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, नेवी से वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और एयरफोर्स से एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर फिर जानकारी दी। एयर मार्शल भारती ने कहा, 'भय बिनु होय ना प्रीति। हमारी लड़ाई आतंकवादियों के साथ है। हमारी लड़ाई पाकिस्तानी मिलिट्री के साथ नहीं है। पाकिस्तान की सेना ने आतंकियों का साथ दिया, तो हमने उसका जवाब दिया। अपनी सेना के नुकसान के लिए वह खुद जिम्मेदार है।' भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई की शाम 5 बजे संघर्ष विराम हुआ था। कल हमने 'ऑपरेशन सिंदूर' की जॉइंट ऑपरेशन की डिटेल ब्रीफिंग दी थी। हमने कहा था कि हमारी लड़ाई आतंकवादियों के साथ है। हमारी लड़ाई पाकिस्तानी मिलिट्री के साथ नहीं है। पाकिस्तान सेना ने दखलंदाजी की, हमने उसका जवाब दिया। हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकवादियों के साथ थी, 7 मई को हमने सिर्फ आतंकवादियों पर हमला किया। पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का साथ दिया और हमें जवाब देना पड़ा। उन्हें जो नुकसान हुआ उसके लिए पाकिस्तानी सेना जिम्मेदार है।

उन्होंने आगे कहा, पाकिस्तान की तरफ से किए गए हमले में चाइनीज ओरिजन की मिसाइल शामिल थीं, इनमें लॉन्ग रेंज रॉकेट थे, uav थे, चीनी ओरिजन के कुछ कॉप्टर्स और ड्रोन थे। इन्हें हमारे एयरडिफेंस सिस्टम ने मार गिराया। हमने सिविलियन और मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर को मिनिमम टारगेट पर रखा, जबकि पाकिस्तानी सेना लगातार सभी जगह हमले कर रही थी। आपको पता है कि एयर डिफेंस सिस्टम की हमारे पास वैरायटी है। इसमें लो लेवल फायरिंग, सरफेस टु एयर मिसाइल, लॉन्ग और शॉर्ट रेंज मिसाइल शामिल हैं। हम पर ड्रोन और UAV से हमला किया गया है। पाकिस्तानी हमले के दौरान हमारे सभी सिस्टम एकसाथ एक्टिव हुए, मॉडर्न डेज वार फाइटिंग के लिहाज से ये अहम था। पुराने माने जा रहे एयर डिफेंस सिस्टम ने भी सही तरह से काम किया। आकाश सिस्टम से भी हमलों का जवाब दिया गया। कल हमने कुछ टारगेट्स की डिटेल्स को आपके साथ शेयर किया था। हम जो तस्वीरें दिखा रहे हैं, वो बता रही हैं कि हमने दुश्मन ड्रोन, फाइटर एयरक्राफ्ट और मिसाइल गिराईं। हमारी तरफ कम से कम नुकसान हुआ।

लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा, आज मैं इस युद्द के अहम पहलू के बारे में बता रहा हूं। हमें एयर डिफेंस ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई को समझने की आवश्यकता है। मैंने कल बताया था कि पिछले कुछ सालों में आतंक की गतिविधियों के कैरेक्टर में बदलाव आ रहा था। अब हमारी मिलिट्री के साथ मासूम सिविलियंस पर भी हमले हो रहे थे। 2024 में तीर्थ यात्रियों, पहलगाम में पर्यटक इस खतरनाक ट्रेंड के उदाहरण है। पहलगाम तक पाप का घड़ा भर चुका था। उसके बाद जो हुआ विस्तार में बात कर चुके हैं। एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर पार किए बगैर हमने हमला किया। हमारी इन्वेंट्री में मैंड एरियल सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर के साथ, एयर डिफेंस सिस्टम था। हमने इंडियन एयरफोर्स के साथ अनोखा मिश्रण किया। 9-10 मई की रात हमारे ठिकानों पर जब हमले किए गए तो हमारी मजबूत एयर डिफेंस ग्रिड के सामने फेल हो गए। इंटरनेशनल बाउंड्री से रडार, एयर डिफेंस सिस्टम, विटेंज एयर डिफेंस सिस्टम और मॉडर्न एयर डिफेंस सिस्टम की लेयर थी। इसे पारकर हमारी एयरफील्ड को अटैक करना उनके लिए मुश्किल था।

उन्होंने आगे कहा, एक चित्र भी डाला जो घटना की याद दिलाता है। 1974 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज सीरीज खेली गई। उसमें ऑस्ट्रेलिया के दो तेज गेंदबाजों डेनिस लिली और जैफ थॉमसन ने इंग्लैंड को धराशाई कर दिया था। दोनों ने मिलकर 58 विकेट लिए थे और ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज 4-1 से जीती थी। ऑस्ट्रेलियंस ने उस समय एक कहावत निकाली थी। ऐशेज टू एशेज एंड डस्ट टू डस्ट। भारतीय सेना ने पाकिस्तान स्थिति आतंकी ठिकानों का वही हाल किया जो उस सीरीज में लिली और थॉमसन की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड का किया था। आज क्रिकेट की भी बात जरूरी है। विराट कोहली ने संन्यास लिया है, वे मेरे भी फेवरेट क्रिकेटर हैं। लिली और थॉमसन की तरह हमारी लेयर है। फोटो में दिखाई गई एक लेयर को पार कर भी गए तो हमारी एयरफील्ड को हिट करने से पहले कोई ना कोई सिस्टम उन्हें (दुश्मन) गिरा देगा। हमारी एयर डिफेंस शील्ड हर वक्त एक्टिव है। बीएसएफ की भी सराहना करूंगा। उनके डायरेक्टर जनरल से लेकर पोस्ट पर पहरा देने वाले जवान बढ़चढ़कर शामिल हुए और हमें मदद की। हमारी मल्टी टियर्ड ग्रुप का वे भी हिस्सा थे। आपने सुना होगा, जब हौसले बुलंद हों तो मंजिलें कदम चूमती हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तीनों सेनाएं मिलकर काम कर रही थीं। हमारे 140 करोड़ भारतीय हमारे पीछे खड़े थे। इसके लिए हम आपको सैल्यूट करते हैं।

वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने ऑपरेशन की जानकारी देते हुए कहा, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया, 'नौसेना सर्विलांस, डिटेक्शन में लगी हुई थी। हमने मल्टीपल सेंसर्स और इनपुट्स दिए। हमने उन खतरों को पहचाना, जिन्हें तुरंत न्यूट्रिलाइज्ड किया जाना था। ड्रोन, हाईस्पीड मिसाइल और एयरक्राफ्ट की जानकारी दी गई, ये एडवांस राडार के जरिए दी गई। हमारे पायलट रात और दिन में ऑपरेट करने के लिए तैयार थे। हमारे एयरक्राफ्ट कैरियर में मिग-29 एक्शन के लिए तैयार थे। संदिग्ध दुश्मन जहाज को कई सौ किमी. पास आने का मौका हमने पास के सालों में नहीं दिया है। वाइस एडमिरल प्रमोद ने जैसे ही अपनी बात खत्म की एयर मार्शल एके भारती बोले, मैं यह स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि सभी मिलिट्री बेस, सिस्टम ऑपरेशनल हैं और नए मिशन के लिए तैयार हैं।


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