भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन जसप्रीत बुमराह का जलवा पूरे मैदान पर छाया रहा। 'जस्सी' ने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्यों उन्हें मौजूदा समय का सबसे खतरनाक तेज गेंदबाज कहा जाता है। बुमराह ने अपने धाकड़ स्पेल में 5 विकेट झटककर इंग्लैंड की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी और भारत को मुकाबले में मजबूती से बनाए रखा।
जहां एक ओर बुमराह की गेंदें इंग्लिश बल्लेबाजों पर कहर बनकर टूटीं, वहीं मैच के बाद उन्होंने वर्कलोड मैनेजमेंट पर उठे सवालों का बेबाक और आत्मविश्वासी अंदाज में जवाब दिया, जिसने यह साफ कर दिया कि वह न आलोचना से घबराते हैं और न ही थकावट से।
बुमराह का स्पेल: कहर बनकर टूटा इंग्लैंड पर
लीड्स के मैदान पर बुमराह ने एक बार फिर अपने अनूठे एक्शन और तेज़तर्रार गेंदबाज़ी से इंग्लैंड को घुटनों पर ला दिया। उनकी अगुवाई में भारतीय गेंदबाज़ों ने इंग्लैंड की पहली पारी को 465 रन पर समेट दिया। बुमराह के शिकार बने:
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जैक क्राउली
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बेन डकेट
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जो रूट
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हैरी ब्रूक
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जोश टंग
बुमराह की लाइन और लेंथ इतनी घातक थी कि हर गेंद इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए पहेली बन गई। उनका यह प्रदर्शन बताता है कि वह अब भी भारतीय गेंदबाज़ी आक्रमण के 'स्पाइन' हैं।
कैच ड्रॉप हुए, लेकिन जस्सी ने टीम का बचाव किया
हालांकि तीसरे दिन बुमराह की गेंदों पर भारतीय फील्डर्स ने चार आसान कैच टपका दिए। ये मौके यशस्वी जायसवाल और अन्य खिलाड़ियों ने गंवाए, जिससे इंग्लैंड को अतिरिक्त रन बनाने का मौका मिला।
इस पर जब बुमराह से सवाल पूछा गया, तो उन्होंने फील्डर्स का समर्थन करते हुए कहा,
“कैच छूटना खेल का हिस्सा है। कोई जानबूझकर कैच नहीं छोड़ता। हर खिलाड़ी अनुभव से सीखता है और मुझे अपनी टीम पर भरोसा है।”
बुमराह का यह बयान दर्शाता है कि वह सिर्फ एक उम्दा गेंदबाज ही नहीं, बल्कि एक सपोर्टिव सीनियर भी हैं जो टीम के युवा खिलाड़ियों के पीछे खड़े रहते हैं।
वर्कलोड मैनेजमेंट पर बुमराह का करारा जवाब
मैच के बाद जब एक पत्रकार ने बुमराह से पूछा कि वह लगातार खेल रहे हैं, क्या वर्कलोड उन्हें परेशान नहीं करता? इस पर उन्होंने बेहद खास अंदाज में जवाब दिया:
“लोग तो बोलते रहेंगे – अब जाएगा, अब थक गया। मैं 10–12 साल से क्रिकेट खेल रहा हूं, आईपीएल भी खेलता हूं। जब तक भगवान ने लिखा है, तब तक खेलूंगा। मैं अपने वर्कलोड को खुद मैनेज करता हूं और अपनी तैयारी पर फोकस करता हूं।”
इस बयान से यह साफ होता है कि बुमराह मानसिक रूप से बेहद मजबूत हैं और अपने खेल को लेकर पूरी तरह आत्मविश्वास से भरे हुए हैं।
विदेशी सरजमीं पर पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड
बुमराह ने लीड्स में 5 विकेट लेकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि भी अपने नाम कर ली। उन्होंने विदेशी जमीन पर सबसे ज्यादा बार एक पारी में पांच विकेट लेने के मामले में भारत के दिग्गज कपिल देव की बराबरी कर ली है। दोनों गेंदबाजों ने अब तक विदेशी सरजमीं पर 12 बार पांच विकेट लिए हैं।
गौर करने वाली बात यह है कि:
यह आंकड़ा ही बुमराह की क्लास और निरंतरता को दर्शाने के लिए काफी है।
बुमराह का आत्मविश्वास: टीम इंडिया की ताकत
बुमराह जैसे खिलाड़ी न सिर्फ मैदान पर, बल्कि मानसिक रूप से भी टीम के लिए संबल होते हैं। उनके आत्मविश्वास, संतुलित सोच और पेशेवर रवैये ने उन्हें आज उस मुकाम पर पहुंचा दिया है, जहां वो अकेले मैच का रुख बदल सकते हैं।उनकी फिटनेस, गेंदबाज़ी में विविधता और आक्रामकता भारत के तेज आक्रमण को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बनाते हैं।
निष्कर्ष: जस्सी का जवाब - खेलते रहेंगे जब तक किस्मत में लिखा है
लीड्स टेस्ट के तीसरे दिन जसप्रीत बुमराह ने साबित कर दिया कि वह सिर्फ एक तेज गेंदबाज नहीं, बल्कि एक जुझारू योद्धा हैं। उनका प्रदर्शन, उनकी सोच और उनके शब्द क्रिकेट में उनके योगदान की गहराई को दर्शाते हैं।