मुंबई, 03 जनवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आपदा दिल्ली में नहीं भाजपा में आई हुई है। भाजपा के पास न तो सीएम फेस है और न ही एजेंडा। पूर्व सीएम ने कहा, हमने दिल्ली में इतने काम किए हैं कि घंटों तक गिना सकते हैं। अपने 43 मिनट के भाषण में वे (पीएम) कोई काम नहीं गिना पाए। केजरीवाल ने यह पलटवार पीएम मोदी की रैली के डेढ़ घंटे बाद किया। दरअसल, मोदी ने अशोक विहार में रैली के साथ दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का आगाज किया। इस रैली में उन्होंने AAP को दिल्ली के लिए 'आपदा की सरकार' बताया था। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के अंदर कानून-व्यवस्था की आपदा है। गैंगस्टर गोलियां चला रहे हैं, व्यापारी रो रहे हैं और सुरक्षा मांग रहे हैं। मोदी और शाह के कानों में आवाज नहीं पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि मैं मोदी जी से कहना चाहूंगा कि शाह जी से कहें सरकारें जोड़ने-तोड़ने से थोड़ा सा समय मिले तो दिल्ली की सुरक्षा पर ध्यान दें। जो काम हम कर रहे हैं, उसे आपदा नहीं, आशीर्वाद कहते हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, बीजेपी के संकल्प पत्र में लिखा है कि पूर्वांचलियों के साथ सबसे बड़ा धोखा हुआ। हमारे यहां पूर्वांचली पढ़ने आते हैं या काम करने आते हैं। दिल्ली के अंदर कच्ची कॉलोनियों के भीतर 2014 से पहले कोई काम नहीं होता था, नर्क रहता था। दस साल में आम आदमी पार्टी ने उनके लिए सड़कें, गलियां, नालियां, सीसीटीवी, सीवेज, अस्पताल और मोहल्ला क्लीनिक बनाकर उनको इज्जत दी। दिसंबर 2020 में हरदीप सिंह पुरी जी आए थे। कच्ची कॉलोनियों में रहने वाले 40 लाखा लोगों को मालिकाना हक देने का वादा दिया था। 5 साल में 25 हजार की रजिस्ट्री हुई है। लोग कहने लगे हैं कि ये जो कहते हैं, वो तो बिल्कुल नहीं करते।
वहीं, पीएम मोदी ने दिल्ली में चुनावी रैली के दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि बीते 10 साल में दिल्ली एक बड़ी आपदा से घिरी है। अन्ना हजारे जी को सामने करके कुछ कट्टर बेईमान लोगों ने दिल्ली को आपदा में धकेल दिया। शराब ठेकों में घोटाला, बच्चों के स्कूल में घोटाला, गरीबों के इलाज में घोटाला, प्रदूषण से लड़ने के नाम पर घोटाला। पीएम ने कहा था कि दिल्ली में 500 जन औषधि केंद्र बनाए गए हैं। 80 फीसदी दवाओं पर डिस्काउंट मिलता है। 100 रुपए की दवा 15 रुपए में मिलती है। मुफ्त इलाज की सुविधा देने वाली आयुष्मान योजना का लाभ देना चाहता हूं, लेकिन आपदा सरकार को दिल्ली वालों से दुश्मनी है। आपदा वाले योजना लागू नहीं होने दे रहे हैं।