मुंबई, 10 जनवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया के लॉस एंजिलिस में लगी आग में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। यह कैलिफोर्निया में अब तक की सबसे बड़ी आग है। पिछले 4 दिन से लगी आग लगभग 40 हजार एकड़ में फैली हुई है। इसमें से 29 हजार एकड़ का इलाका पूरी तरह जल चुका है। आग से करीब 10 हजार इमारतें तबाह हो चुकी हैं, जबकि 30 हजार घरों को नुकसान पहुंचा है। करीब 50 हजार लोगों को तुरंत घर खाली करने को कहा गया है। 3 लाख लोगों को सुरक्षित जगह जाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने शनिवार तक आग के और फैलने की चेतावनी दी है। 1 लाख लोग बिना बिजली के जी रहे हैं। वहीं, लॉस एंजिलिस काउंटी के शेरिफ (जिला CEO के समान) रॉबर्ट लूना ने कहा, आग देखकर ऐसा लग रहा है जैसे इन इलाकों में परमाणु बम गिराया गया हो।" कई जगहों पर वॉटर हाइड्रेंट सूख गए हैं। तो कहीं नल के पानी के इस्तेमाल से मनाही की गई है। प्रशासन को डर है कि गंदगी से पानी खराब हो चुका है। पानी को उबाल कर पीने के लिए कहा गया है।
वहीं, कनाडा भी कैलिफोर्निया में लगी आग बुझाने में अमेरिका की मदद कर रहा है। कनाडा ने अपने सुपर स्कूपर कहे जाने वाले CL-415 प्लेन कैलिफोर्निया भेजे हैं। इनमें से एक प्लेन आग बुझाते हुए एक सिविलियन ड्रोन से टकरा गया इसके बाद सभी प्लेन को ग्राउंड कर दिया गया है। सुपर-स्कूपर प्लेन फायर फाइटर प्लेन होते हैं, इनमें से 1500 गैलन तक का पानी स्टोर करने की क्षमता होती है। वहीं, कैलिफोर्निया की आग में जान गंवाने वालों में एक 66 साल का शख्स विक्टर शॉ भी शामिल है। विक्टर का घर भी आग की चपेट में आ गया था। उनकी बहन शारी ने मीडिया को बताया कि विक्टर कोशिश करते रहे कि किसी तरह उनका घर बच जाए, वे हाथ में पानी का पाइप लिए आग बुझाते रहे, इसी बीच उनकी भी जान चली गई। जब उनकी डेड बॉडी मिली तो उनके हाथ में पानी का पाइप था।