22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ अपनी सख्त कार्रवाई और तैयारियों को और तेज कर दिया है। इस दौरान भारतीय वायुसेना ने अपनी लंबी दूरी की मारक क्षमता का परीक्षण करने के लिए एक आक्रमण एक्सरसाइज लॉन्च किया। इस युद्धाभ्यास के तहत भारतीय वायुसेना पहाड़ी और जमीनी लक्ष्यों पर हमला करने की अपनी क्षमता का अभ्यास कर रही है।
आक्रमण एक्सरसाइज के तहत युद्धाभ्यास
सूत्रों के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने इस अभ्यास में दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने के लिए रीयल वॉर सिचुएशन (युद्ध स्थितियों) का सामना किया। इस एक्सरसाइज में वायुसेना के विभिन्न उपकरणों को पूर्वी सेक्टर से सेंट्रल सेक्टर में तैनात किया गया है। इसके तहत, वायुसेना के लड़ाकू विमान लंबी दूरी तक जाकर दुश्मन के ठिकानों पर बमबारी कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, यह अभ्यास इस उद्देश्य के साथ किया जा रहा है कि वायुसेना अपनी आक्रमण क्षमता को परखे और किसी भी संघर्ष के दौरान उसे प्रभावी तरीके से लागू किया जा सके।
फाइटर जेट की लगातार मूवमेंट और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर
भारत के रक्षा सूत्रों ने जानकारी दी है कि इस युद्धाभ्यास के तहत लंबी दूरी की स्ट्राइक मिशन, दुश्मन के ठिकानों पर हमले का अभ्यास और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर से जुड़ी गतिविधियां शामिल हैं। भारतीय वायुसेना के टॉप पायलट्स इस एक्सरसाइज का हिस्सा हैं, और वे युद्ध की वास्तविक परिस्थितियों में अपने कौशल का परीक्षण कर रहे हैं। इस अभ्यास का नाम "आक्रमण" रखा गया है, जो वायुसेना के उद्देश्य को स्पष्ट करता है—आक्रमण करने से पहले अपनी क्षमता को परखना।
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव
यह युद्धाभ्यास ऐसे समय में हो रहा है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े फैसले लिए हैं, और सैन्य कार्रवाई को तेज कर दिया है। इस एक्सरसाइज का उद्देश्य भारत की सैन्य ताकत को प्रदर्शित करना और किसी भी प्रकार के आक्रमण का सामना करने के लिए तैयार रहना है।
इसके साथ ही, भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा पर अपनी सैन्य तैनाती बढ़ा दी है, और पाकिस्तान से हो रही घुसपैठ और संघर्षों के प्रति सतर्कता बनाए रखी है। भारतीय वायुसेना की यह कार्रवाई यह संकेत देती है कि भारत किसी भी संभावित खतरे का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
भारत की रक्षा तैयारियों में तेजी
भारत द्वारा यह युद्धाभ्यास यह सुनिश्चित करता है कि उसकी सैन्य ताकत और युद्ध रणनीतियाँ हमेशा अद्यतन और मजबूत रहें। भारतीय सेना और वायुसेना के प्रमुख अधिकारी लगातार इस युद्धाभ्यास की निगरानी कर रहे हैं, ताकि किसी भी अप्रत्याशित परिस्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके।
भारत की यह तैयारी पाकिस्तान के लिए एक मजबूत संदेश है कि वह किसी भी तरह की नापाक गतिविधियों से बचकर रहे, क्योंकि भारत अपनी संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।